Jain Jagruti Magazine

  • Largest circulated and most popular monthly magazine in Jain community.
  • Founded in 1969, Jain Jagruti is published for last 45 years.
  • Promotes moral, social, religious and cultural values in this modern world.
  • Yearly 12 issues with 3 special editions of Mahavir Jayanti (April), Paryushan (September) and Diwali (November).
What they say

Testimonial

  • विविध लेखकों के द्वारा रचित रचनाओं को एक साथ, एक ही पुस्तिका के माध्यम से, प्रतिमाह परिवार में, हिंदी एवं मराठी भाषा में, संस्कारित करने का पुरुषार्थ पिछले पचास वर्षों से हो रहा है।

    Acharya Shivmuni Maharasaheb
  • पत्रिका के माध्यम से समाज के संगठन, उत्कर्ष को लक्ष्य में रखकर सामग्री का प्रकाशन यह एक कठिनतम कार्य है । इस सन्दर्भ में “जैन जागृति” ने एक आदर्श मानदंड स्थापित किया है ।

    Yucharya Share Mahendra Rushiji Maharaj
  • जैन संघ में कई हिन्दी मासिक, साप्ताहिक निकलते है । परंतु कइयों में तो सिर्फ सामाजिक समाचारों की ही बहुलता होती है। उनमें धार्मिकता नहीं होती है जब कि जैन-जागृति में प्रतिमास वैराग्य प्रेरक धार्मिक अध्यात्मिक व संस्कार पोषक लेख भी होते है जो समाज के नैतिक स्तर को ऊपर उठाने में खूब सहायक बनते है ।

    Acharya Ratnasensurishavarji Maharasaheb
  • पत्रिका में सभी प्रकार के लेख यथा धार्मिक, सामाजिक, आध्यात्मिक, आर्थिक, गृहसंसारिक आदि प्रकाशित होते है । जिसके कारण सभी प्रकार के रुचिवाले पाठक इस पत्रिका को अपनी पत्रिका मानते है । यही आपकी जैन जागृति की विशेषता है ।

    Pravinrushiji Maharaj
  • एकवीसवी सदी भोग/सुख/विलास की है । ऐसे समय में धर्म, संस्कार एवं वैराग्य के लेखोंसे जैन जागृति अंक

    Acharya Mahabodhiji Maharasaheb
  • १९६९ से ‘जैन जागृति’ के माध्यम से जागरण का कार्य कर रहे हैं. मुझे हार्दिक प्रसन्नता है – “सर्वजन सुखाय सर्वजन हिताय” आपके प्रकाशन ने प्रसिध्दी पाई है । आपने सभी प्रकार के जिज्ञासुओं की भावना को सम्मान देते हुए जिज्ञासा का समाधान करनेवाली सामग्री, प्रकाशन की सुन्दरता के साथ उन तक पहुँचाई है

    Acharya Chandanaji

Featured news

Jain Jagruti’s Diwali puja vidhi has been recognized widely by various scholars as simple, meaningful way to celebrate Diwali using Jain principles . Multiple families all across the world celebrate their Diwali using this vidhi.
Jain Jagruti, started in 1969 completed its 50 years in 2019. On this occasion of golden jubilee, various eminent personalities shared their experience about Jain Jagruti, expressed their gratitude for undertaking this noble cause and thanked Jain Jagruti team for their relentless efforts to make this possible. Many panelist expressed how they are habitual of reading Jain Jagruti. Jain Jagruti's quality, coverage, and it's neutral stance was praised. It was mentioned that Jain Jagruti has become a platform to reach Jain community all over Maharashtra and the world.
Jain Jagruti celebrated its golden jubilee milestone on 20 October, 2019 in Pune.